देहरादून: जेल से छूटकर सीधे कचहरी स्थित शहीद स्मारक पर पहुंचे उक्रांद नेता आशीष नेगी ने पुलिस प्रशासन पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा है कि आंखों पर पट्टी व पैरों में तोलियां रखकर निर्दोषों के पैरों में गोलियां मारी जा रही है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग ऐसे है जो निर्दोष है और केवल आरोपों की उनकी पैरवी सही ढंग से नहीं हो रही है और पोक्सों 76, एनडीपीएस का मुकदमें लगाये जा रहे है। उन्होंने कहा कि पुलिस का निशाना सटीक हो गया है और वह चुन चुनकर एक ही टांग में गोली मार रहे है और हर अपराधी की टांग पर गोली मार रहे है और मुझे जिस एसओ शैंकी कुमार ने गिरफ्तार किया और इसी प्रकार शैंकी कुमार पर लक्की रावत नाम के यहां के मूल निवासी युवक ने आरोप लगाये है कि उनका भी उत्पीड़न किया गया। वह आज भी जेल में है।
उन्होंने कहा कि कितने लोग पहाडियों का उत्पीडन कर रहे है और सनद रहे कि कोई है जो संघर्ष करते रहेंगें ओर किसी प्रकार के आरोप से लडते रहे और मरने तक लडेंगें ओर दमन वह भट्टी है जहां दमन जलकर खाक हो जाते है और तपसे और या झुके हुए कंधे जेल से लौटते है या ताव देती हुई मूंछ। उन्होंने कहा कि संघर्ष करते रहे है और गांव गांव जाकर जनता को जागरूक करेेंगें। और बडी राजनैतिक लडाई
उन्होंने कहा कि भाजपा को चुनौती देते हुए शहीद स्थल से ललकारते हुए कहा कि 2027 तक क्या खायेंगे क्या नहीं और यह 42 शहादतों की सौगंध खाते है यह नहीं देखेंगें और अब बिगुल बज चुका है। उन्होंने कहा कि इस संघर्ष को जारी रखा जायेगा।