यात्रा शुरू होते ही माना गांव में रौनक लौट आयी है। श्रद्धालु बद्रीनाथ में भगवान बद्री विशाल दर्शन करने के बाद माना गांव पहुंचकर यहां के धार्मिक स्थलों व्यास गुफा ,गणेश गुफा और भीमकुंड ,सरस्वती नदी के दर्शन कर रहे हैं। इसके साथ ही पर्यटकों को स्थानीय महिलाओं और ग्रामीणों द्वारा हस्त निर्मित उत्पाद भी खूब पसंद आ रहे हैं। ऊन से बनी वस्तुओं के साथ ही स्थानीय औषधीय गुण युक्त उत्पाद की खरीदारी करने पर्यटक और श्रद्धालु माना पहुंच रहे हैं। बता दे शीतकाल में बद्रीनाथ के कपाट बंद होने पर माना गांव के लोग ग्रीष्म कालीन अपने प्रवासी गांव घिंगरान, गोपेश्वर नेग्वार, सिटूना सिरखुमा में आते हैं और बद्रीनाथ के कपाट खुलने पर माणा के अपने गांव में आ जाते हैं। बद्रीनाथ के कपाट खुलते ही माना गांव में चहल पहल और रौनक बढ़ गई है ।