आयुर्वेदिक उपचार से लोगों को मिल रही है बड़ी राहत, उत्तरकाशी आयुर्वेदिक अस्पताल में लग रही है मरीजों की काफी संख्या
देवभूमि उत्तराखंड में आयुर्वेद की उपलब्धियां एक बार फिर नजर आ रही है जहां आयुर्वेद के दौरान आज भी ऋषि मुनियों द्वारा औषधीय से बनी दवाइयां का उपयोग किया जा रहा है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सहयोग से जहां देश भर में आयुर्वेदिक उपचार किया जाता है तो वही उत्तरकाशी जिला अस्पताल आयुर्वेदिक अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ रही है आयुर्वेद और पंचकर्म से होता है इल उत्तरकाशी के आयुर्वेद अस्पताल में आने वाले मरीजों का आयुर्वेद और केरलीय पंचकर्म से इलाज किया जाता है। आयुर्वेद पंचकर्म से इलाज करवाने वाले मरीजों की संख्या अधिक होती है।
आयुर्वेदिक अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा कहां जा रहा है कि जिस तरह से लोगों की पंचकर्म पद्धति से जटिल बीमारियां दूर होती हैं पंचकर्म पद्धति से गंभीर से गंभीर बीमारियों का इलाज संभव है। औषधियुक्त तेल से मालिश और भाप सहित अन्य पद्धति से पीड़ित मरीजों की जटिल बीमारियों को दूर किया जाता है। हॉस्पिटल में हर दिन पंचकर्म पद्धति से करीब 100से 300 मरीजों का इलाज किया जा रहा है। डॉ. धनी , ने कहा कि मरीजों को राहत मिल रही है
पंचकर्म विधा से इलाज करने के पश्चात राहत मिल रही है। इसके चलते हॉस्पिटल में मरीजों की संख्या दिनों-दिन बढ़ते जा रही है। पहले लोगों कों पंचकर्म की जानकारी नहीं थी। इसलिए नहीं आते थे। अब हॉस्पिटल में करीब 100 मरीज आते हैं तो उसमें से 40 मरीज पंचकर्म से इलाज के लिए आते हैं। इस विधा से पैरालाइसिस, अनिंद्रा, जोड़ों में दर्द, कमर में दर्द, सांस लेने में दिक्कत सहित सभी बीमारियों का इलाज किया जाता है
गठियावात, स्पॉन्डिलाइटिस के मरीजों को एक टेबल पर लिटाकर शरीर पर औषधियुक्त तेल से मालिश की जाती है। शरीर के जिस अंग में दिक्कत है, वहां प्रशिक्षित स्टाफ विशेष प्रकार की मालिश करता है। इसके साथ ही आयुर्वेदिक दवा भी मरीज को दी जाती है।