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बेजुबान भी गर्मी से बेहाल – ZOO के जानवरों का कैसा है हाल ? 

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गर्मी का मौसम जहां इंसानों के लिए मुश्किलें लेकर आता है, वहीं बेजुबान जानवरों और पक्षियों के लिए यह और भी ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो जाता है। तेज़ धूप, लू और पानी की कमी से न केवल लोग बेहाल होते हैं, बल्कि वो प्राणी भी तड़पते हैं जो बोल नहीं सकते। गर्मी को देखते हुए हम देहरादून के चिड़ियाघर पहुंचे जहाँ अपने जाना की इस गर्मी में बेजुबान जानवरों की दिनचर्या में कितना बदलाब आया है और किस तरह से उन सब का ख्याल रखा जा है।

मौसम बदलते ही वन्यजीवों के खान-पान में भी बदलाव देखने को मिलता है, साथ ही दिनचर्या भी बदल जाती है। बात अगर देहरादून चिड़ियाघर में मौजूद तमाम पक्षियों और दूसरे वन्यजीवों की करें तो वो भी मौसम बदलने के बाद तेज धूप से बेचैन दिखाई दे रहे हैं।

आपको बतादें छोटे वन्यजीव गर्मी से सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं, ऐसे में छोटी चिड़िया को गर्मी की मार से बचाने के लिए सबसे ज्यादा कोशिश हो रही है. गर्मी बढ़ने के बाद वन्यजीवों के खानपान पर भी इसका प्रभाव दिखाई दे रहा है और चिड़ियाघर प्रशासन गर्मी से बचाने के लिए जरूरी खानपान को भी वन्यजीवों के डाइट में जोड़ रहा है. इस दौरान विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों को मौसमी फल खाने के लिए दिए जा रहे हैं, खास तौर पर ऐसे फल जो रसीले हो और जिसे खाकर वह तरोताजा महसूस करें.

चिड़ियाघर में वन्यजीवों के बाड़े में रोज होने वाली गतिविधि में भी बदलाव आया है. अब चिड़ियाघर में तमाम बाड़ों को शावर के जरिए जिला किया जा रहा है, ताकि यहां पर नमी बनी रहे. इसके साथ ही इन पर भी शावर की बौछारें डाली जा रही है, जिससे इन्हें ठंडक महसूस हो सके. उधर शिकारी वन्य जीव भी अपने बाड़े में मौजूद पानी का पहले से ज्यादा सेवन करते हुए नजर आ रहे हैं. देहरादून चिड़ियाघर में बंद टाइगर्स भी पानी में बैठना पसंद कर रहे हैं.

फाइनल एंकर – इस तरह इंसानों को ही नहीं बल्कि तेज धूप और उमस वन्यजीवों के लिए भी परेशानी खड़ी कर रही है, हालांकि तापमान चिड़ियाघर में मौजूद वन्यजीवों के लिए परेशानी ना बने इसके लिए अलग-अलग तरह के प्रयास करते हुए खानपान से लेकर उनकी दिनचर्या में कुछ नई चीजों को भी जोड़ा जा रहा है.बढ़ती गर्मी में आप भी अपने साथ साथ बेजुबानो का ख्याल रखे धन्यवाद।

 

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