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8 दिन बाद घर वापस लौट कर आई महिला की लोगों ने की पिटाई, शर्म से जहर खाकर दी जान

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पश्चिम बंगाल से एक मामला सामने आया है जो एक बार फिर इस बात को सामने रखता है कि देश में कहीं न कहीं महिलाए आज भी समाज के आगे मजबूर हैं. ऐसा ही हुआ पश्चिम बंगाल के गांव फुलबारी की एक हाउस वाइफ के साथ जिसे समाज ने ऐसी सजा दी कि वो शर्म से आत्महत्या करने पर मजबूर हो गई.

मामला पश्चिम बंगाल के फुलबारी इलाके की है, जहां स्थानीय निवासी तापस बर्मन की पत्नी सविता बर्मन 8 दिन पहले लापता हो गई थी. सविता को इलाके के एक शादीशुदा युवक से प्यार हो गया था, जिसके बाद वो उस युवक के साथ रहना चाहती थी और वो घर में किसी को बिना कुछ बताए उस युवक के साथ घर छोड़ कर चली गई थी.

पति ने दर्ज कराई थी गुमशुदगी की शिकायत

पत्नी के अचानक गायब हो जाने के बाद तापस बर्मन ने न्यू जलपाईगुड़ी थाने में पत्नी की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके बाद फिर 8 दिन तक पत्नी का कुछ पता नहीं चला. लेकिन 8 दिन गुजर जाने के बाद सविता देवी ने खुद अपने पति को फोन किया. सविता ने अपने पति तापस बर्मन को फोन कर उस से कहा कि वो मुसीबत में फंस गई है और वो उस को आकर ले जाए.

महिलाओं ने पति-पत्नि को पिटा

पत्नी से फोन पर बात करने के बाद तापस बर्मन अपनी पत्नी को घर वापस ले आया. लेकिन उसने पत्नी को उसके मायके छोड़ दिया. इसी बीच तापस बर्मन ने इलाके की पंचायत मालती राय को पूरा मामला बता दिया. इसके बाद इस मामले पर पंचायत कार्यालय में बैठक होनी थी. हालांकि, बैठक से पहले ही इलाके की कुछ महिलाओं ने तापस और उनकी पत्नी को बाहर आने के लिए कहा. तापस बाबू और उनकी पत्नी जैसे ही बाहर आए, महिलाओं ने दोनों की पिटाई कर दी. उनमें से एक स्वप्ना अधिकारी थी.

शर्म से जहर खाकर दी जान

तापस बाबू ने महिलाओं की इस हरकत के बाद महिलाओं की शिकायत की. जबकि सविता देवी यह अपमान नहीं झेल पाई और उस ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली. हालांकि इस मामले पर स्थानीय पंचायत मालती राय की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है, मृतक सविता देवी के पति और उनके परिजनों ने दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है.

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