फायर सीजन शुरू होते ही वनाग्नि की घटनाओं पर अंकुश लगाने को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट नजर आ रहा है इसी के मध्य नजर आज जिलाधिकारी पौड़ी डॉकलआशीष चौहान ने संबंधित अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद पौड़ी में 57 संवेदनशील ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर वन अग्नि की घटनाएं बीते वर्षों में सबसे अधिक हुई है जहां पर जिला स्तरीय अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया जा रहे हैं इसके साथ ही इस वर्ष 50 हजार कुंतल पिरूल को एकत्रित करने का लक्ष्य जनपद में रखा गया है जिसे इंडस्ट्रियल एरिया को उपलब्ध कराया जाएगा जिससे बहुत हद तक वन अग्नि की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके,उन्होंने बताया कि जनपद में 6000 से अधिक वन अग्नि की घटनाओं पर अंकुश लगाने की शपथ भी ग्रामीणों को दिलाई गई है इसके साथ ही उनसे उम्मीद की जाती है कि वे भी वन अग्नि की घटनाओं पर अंकुश लगाने में वन विभाग व जिला प्रशासन का सहयोग करें। डीएफओ गढ़वाल स्वप्निल अनुरुद्ध ने बताया कि इस वर्ष शासन द्वारा पिरूल को इकट्ठा करने के लिए ₹10 प्रति किलो के हिसाब से महिला सहायता स्वयं समूह को पैसा उपलब्ध कराया जाएगा जिससे जंगलों को जलने से बचाए जा सकेगा, उन्होंने कहा कि यह अभियान कारगर साबित होता है तो कहीं ना कहीं वन अग्नि की घटनाओं पर बहुत बेहतर ढंग से अंकुर से लगाए जा सकेगा ।