गंगा जल लेकर दौड़ते इन कांवड़ियों के कदमों में आस्था की आग है… और मन में सिर्फ एक नाम — भोलेनाथ। हरिद्वार से देशभर के शिवालयों की ओर निकल चुकी है डाक कांवड़ की बाढ़।”लेकिन इस आस्था के बीच खटास भी दिख रही है। कई जगहों पर प्रशासनिक व्यवस्थाओं को लेकर कांवड़िए नाराज़ हैं पार्किंग व्यवस्था,मार्गों की सफाई और ट्रैफिक कंट्रोल को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं ऐसे पुलिस-प्रशासन हालात को संभालने में जुटा है। लगातार निगरानी, हेल्थ कैम्प और ट्रैफिक रूट डायवर्जन की कोशिशें जारी हैं, ताकि ये मेला शांति और सफलता के साथ संपन्न हो सके।””बोल बम की गूंज, भगवा लहराते झंडे और श्रद्धालुओं की भीड़… ये सिर्फ मेला नहीं, एक चलती-फिरती शिव भक्ति की परंपरा है,हरिद्वार से निकल चुकी है शिवभक्ति की ये आंधी, जो हर पड़ाव पर श्रद्धा के दीप जला रही है। मेला अंतिम पड़ाव पर है, पर आस्था की रफ्तार अब भी बेकाबू है.